जरा सोचिये,  यदि एसिडिटी ऐसे वक्त हो जब आप सबसे अधिक परेशान हो जाएं और आपके पास चाय, दूध या कुछ अन्य घरेलू उपचार ही उपलब्ध हो जिनके बारे में आपने पहले कभी सुना हो। ऐसे में आप क्या करेंगे?

हम सभी कभी-न-कभी इस समस्या से गुजरे हैं। खासकर मनपसंद खाना डट कर खाने के बाद अक्सर एसिडीटी के लक्षण पैदा हो जाते हैं जैसे कि छाती में जलन1 और ऐसे समय पर हम बस चुटकी में बेचैनी का समाधान चाहते हैं।1 लेकिन यदि दवा की दुकान कुछ मिनटों से अधिक की दूरी पर हो तो मुमकिन है आप घरेलू नुस्खां पर भरोसा करेंगे जिनके बारे में कभी तो कुछ पढ़ा था ऐसा कुछ याद आएगा।

पर यह जानना वाकई कठिन है कि किस घरेलू नुस्खे से आपके लक्षणों से राहत मिलेगी और किससे नुकसान ज़्यादा लाभ कम होगा। दरअसल इस बारे में कई दावे और वादे किए गए हैं इसलिए हमने इनमें से चुन कर आपके सामने कुछ प्रामाणिक उपचार रखने की कोशिश की है।

खाद्य और पेय पदार्थों संबंधी मान्यताओं को तोड़ना

एसिडिटी के घरेलू उपचार को लेकर वैज्ञानिकों ने यह जानने के लिए शोध किया है कि इसके लक्षणों से राहत देने में आम खाद्य एवं पेय पदार्थ कितने प्रभावी हैं।2 यहां सबसे आम तौर पर सुझाए गए कुछ खाद्य और पेय पदार्थों के बारे में निष्कर्ष दिए गए हैं।

क्या दूध एसिडिटी से राहत देता है?

क्या दूध एसिडिटी से राहत देता है?

संक्षिप्त उत्तर - नहीं। भोजन के बाद एक गिलास दूध पीना अच्छी बात हो सकती है लेकिन इससे पहले दो बार सोचें। दूध तत्काल पेट के एसिड को कम कर सकता है लेकिन इससे एसिडिटी बढ़ भी सकती है।2 वास्तव में दूध के कुछ पोषक तत्व जैसे कि वसा आपके पेट को अधिक एसिड बनाने के लिए उत्तेजित कर सकता है।2 इसके अतिरिक्त पेट में ज़्यादा दूध भर जाने से एसिडिटी के लक्षण बढ़ सकते हैं।2

क्या चाय एसिडिटी से राहत दिलाने में सहायक है?

क्या चाय एसिडिटी से राहत दिलाने में सहायक है?

सामान्यता बिल्कुल नहीं। दो तिहाई दुनिया के लोग चाय पीते हैं।3 दरअसल चाय से एसिडिटी बढ़ सकती है।3 इसका एसिडिटी से संबंध है क्योंकि चाय से गैस्ट्रिक एसिड का निकलना बढ़ता है।3 इसके अतिरिक्त यह अन्य माध्यमों से भी एसिडिटी बढ़ा सकती है।3

उदाहरण के लिए पेपरमिंट चाय को एसिडिटी का लक्षण बढ़ाने वाल खतरा माना गया है।4 इसकी वजह यह हो सकती है कि पेपरमिंट उन मांसपेशियों को ढीला कर सकता है जो पेट के एसिड को ऊपर एसोफैगस में पहुंचने से रोकती हैं।4 ग्रीन टी को भी क्रॉनिक एसिडिटी या गैस्ट्रो-एसोफैगस रिफ्लक्स रोग (GERD) पैदा करने का एक खतरा पाया गया।5

क्या च्युइंग गम चबाने से एसिडिटी से राहत मिलती है?

क्या च्युइंग गम चबाने से एसिडिटी से राहत मिलती है?

यह कुछ बातों पर निर्भर करता है। हम यह स्पष्ट कर चुके हैं कि भोजन के बाद पेपरमिंट खाना अच्छी बात नहीं है पर च्युइंग गम में यदि पेपरमिंट या शुगर नहीं हो तो यह एसिडिटी कम करने का अच्छा उपाय हो सकता है।2,6 भोजन के बाद आधे घंटे च्युइंग गम चबाने से यह पेट के एसिड को ऊपर एसोफैगस में पहुंचने से रोक सकता है।2,6 ऐसा इसलिए क्योंकि च्युंग गम चबाने से बार-बार निगलने की प्रक्रिया होती है और ज़्यादा लार बनता है।2,6

क्या हर्बल उपचार एसिडिटी से राहत देने में सहायक हैं?

क्या हर्बल उपचार एसिडिटी से राहत देने में सहायक हैं?

हर्बल उपचारों का हजारों वर्षों से आयुर्वेद और अन्य गैर-पश्चिमी दवाओं में सफलतापूर्वक चलन रहा है। इस आधार पर कैरावे, जीरा, सौंफ, अजवायन, जर्मन कैमोमाइल और नींबू बाम जैसे अपच के उपचार में उपयोगी हर्ब्स पर कुछ अध्ययन किए गए हैं।2,7.9 इन सभी के पाचन में लाभदायक प्रभाव हैं2,7.9 जो एसिडिटी के लक्षणों को भी कम कर सकते हैं।

यदि आप हर्बल उपचार करते ही हैं और साथ ही अन्य दवाइयां लेते हैं तो दवा दुकानदार या डॉक्टर को यह बता दें क्योंकि कुछ हर्बल उपचारों और दवाओं के बीच प्रतिक्रिया हो सकती है।

क्या फल और सब्जियां खाने से एसिडिटी से राहत मिलती है?

क्या फल और सब्जियां खाने से एसिडिटी से राहत मिलती है?

कुछ फल-सब्जियों से राहत मिलती है! फल और सब्जियां खाने का सुझाव न केवल संतुलित आहार के लिए दिया जाता है बल्कि इनमें कुछ पेट के एसिड कम या न्युट्रिलाइज करने में भी मदद कर सकती हैं।10.15 अधिक मात्रा में फलों और सब्जियों के फाइबर लेने से एसिडिटी की सुरक्षित रोकथाम हो सकती है।10,11,15 कुछ सब्जियां जैसे कि टमाटर, लहसून और प्याज एसिडिटी बढ़ा सकते हैं जबकि कुछ अन्य जैसे कि ब्रोकोली, ककड़ी और पालक सीधे एसिड न्युट्रलाइज करते पाए गए हैं।2,12.14 एसिडिटी के लक्षण कम करने में पपीता, या पपीते के जूस के सहायक होने का सुझाव दिया जाता है।2

जीवन शैली बदलने का सुझाव

एसिडिटी से राहत के लिए सुझाए गए कुछ सबसे आम खाद्य और पेय पदार्थों पर चर्चा करने के बाद आइए एसिडिटी और कम करने के उपायों की बात करते हैं। जीवनशैली में थोड़े बदलाव से यदि एसिडिटी के बेचैन करने के लक्षणों से छुटकारा मिल जाए तो आपकी ओर से इतनी कोशिश तो बनती है।

ढीले कपड़े पहनें

ढीले कपड़े पहनें

हमें जब भी पता चलता है कि आज डटकर खाना है तो हम चाहते हैं कि ज़्यादा तंग कपड़े न पहनें - और इसकी बड़ी वजह भी है! अधिक चुस्त कपड़े आपके पेट पर ज़्यादा दबाव डाल सकते हैं जिससे पेट का एसिड ऊपर एसोफैगस में पहुंच सकता है और एसिडिटी पैदा कर सकता है। इसलिए ऐसे मौकों पर ढीले कपड़े पहनें और पेट के बीच में कसाव पैदा करने वाले कपड़ों से बचें।17

खाने के बाद सीधे तन कर बैठें

खाने के बाद सीधे तन कर बैठें 

डट कर खाने के बाद फटाफट एक झपकी लेने की इच्छा जग जाती है। लेकिन बिस्तर पर जाने से पहले यह सोचें कि क्या यह अच्छी बात है। पेट का एसिड एसोफैगस में नहीं पहुंचे इसके लिए खाने के बाद दो से तीन घंटे तक सीधे तन कर बैठने सलाह दी जाती है।2,16,18 इसलिए सबसे अच्छा तो यह है कि आप रात में जल्द खाना खाएं ताकि बिस्तर पर जाने से पहले उसे पचने का समय मिले।18

बिस्तर का सिरहाना ऊंचा रखें

बिस्तर का सिरहाना ऊंचा रखें

यदि सोते समय एसिडिटी के लक्षण महसूस हों तो सिरहाने को कम से कम 15 सेमी ऊंचा कर दें।2,16,17 इससे एसोफैगस का स्तर पेट से ऊपर रखने में मदद मिलेगी, पेट का एसिड ऊपर नहीं आएगा और रात में बैचनी के लक्षण नहीं पैदा होंगे।2, 16,18

कम मात्रा में अधिक बार भोजन करे

कम मात्रा में अधिक बार भोजन करे

ज़िन्दगी की हर अन्य अच्छी चीज़ की तरह खाने का मज़ा लेने में भी संयम आवश्यक है। ज़्यादा खाने से आपका पेट धीरे-धीरे खाली होगा और यह उन मांसपेशियों पर दबाव डालेगा जो एसिड को ऊपर एसोफैगस में पहुंचने से रोकती हैं।18 इससे एसिडिटी के लक्षण पैदा होंगे।2,16,18 इसलिए कम मात्रा में अधिक बार खाना अच्छी बात है।2,16,18 वास्तव में रात में हल्का खाने की सलाह खासतौर पर दी जाती है।18

शराब और तंबाकू का कम सेवन करें

शराब और तंबाकू का कम सेवन करें

यह भी संयम की बात है। भविष्य में एसिडिटी से बचने के लिए शराब और सिगरेट कम करें या बेहतर होगा कि इनका सेवन बिल्कुल बंद कर दें।2,11,16,17 धूम्रपान उन मांसपेशियों को कमजोर बनाता है जो एसिड को ऊपर एसोफैगस में पहुंचने से रोकती हैं।11 शराब भी उसी मांसपेशी को खराब करता है, एसिड बनना बढ़ाता है और एसीड के प्रति आपके एसोफैगस को अधिक सेंसिटिव बनाता है।18

तो ये रही पूरी जानकारी - कि कौन घरेलू उपचार असरदार है और कौन काम का नहीं है। साथ ही, यह जानकारी भी है कि एसिडिटी बढ़ने से रोकने के लिए आपको क्या करना है और क्या नहीं करना है।

चुनो ENO

चुनो ENO

एसिडिटी के घरेलू उपचार के कई विकल्प हैं जिनसे आप कोई भी चुन सकते हैं और जो थोड़ी-बहुत सफलता भी देंगे पर यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि कुछ अन्य विकल्प भी हैं जो वैज्ञानिक प्रक्रिया से एसिडिटी जल्द रोकने के लिए बने हैं।19 ENO आपके शरीर के खुद की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाता है ताकि यह एसिडीटी, एसिड इंडाइजेशन या पेट के खट्टापन से लड़े। यह एसिड अटैक वाले हिस्से पर काम करता है और सिर्फ 6 सेकेंड में असर करने लगता है (ENO के साथ हुए चिकित्सीय अध्ययनों ने 6 सेकंड के अंदर गैस्ट्रिक पीएच की बढ़ोतरी का आरंभ करना दर्शाया है)। ENO आपके लक्षणों को कैसे दूर कर सकता है, इस बारे में अधिक जानकारी यहां पढ़ें।

आपको यह समझना होगा कि घरेलू उपचार चुटकी भर असर करते हैं जबकि ऐसे अन्य विकल्प हैं जो वैज्ञानिक प्रक्रिया से एसिडिटी से जल्द राहत देने के लिए खास तौर से बने हैं।19 उदाहरण के लिए एसिडिटी के लक्षण महसूस होने पर सबसे पहले एंटासिड लेने की सलाह दी जाती है।2 एंटासिड के बारे में और यह जानने के लिए कि वे कैसे आपके इन लक्षणों से राहत देते हैं यहां पढ़ें।

यदि लक्षण जाते नहीं तो अपने डॉक्टर या दवा दुकानदार से आपके लिए एसिडिटी का सबसे सही उपाय पूछें।

  • References

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